बढ़ते तनाव के बीच भुज में कड़े शब्द
गुजरात के भुज एयरफोर्स स्टेशन पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आतंकवाद के खिलाफ भारत के अडिग रुख की पुष्टि करते हुए एक सशक्त भाषण दिया। सीमा पार से लगातार हो रही उकसावे की घटनाओं के तुरंत बाद आए सिंह के भाषण में देश की तैयारियों और भविष्य में किसी भी खतरे से निपटने के संकल्प पर प्रकाश डाला गया – खास तौर पर पाकिस्तान से।
ऑपरेशन सिंदूर: आतंकी शिविरों पर निर्णायक प्रहार
ऑपरेशन सिंदूर का जिक्र करते हुए सिंह ने पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकी ढांचे पर तेज और सर्जिकल स्ट्राइक करने के लिए भारतीय वायुसेना की तारीफ की। उन्होंने गर्व से कहा कि सिर्फ 23 मिनट में भारतीय सेना ने नौ आतंकी शिविरों को ध्वस्त कर दिया – एक ऐसा संदेश जो भारत की सीमाओं से कहीं आगे तक गूंजा। उन्होंने कहा, “लोग नाश्ता करने में जितना समय लगाते हैं, हमारी वायुसेना दुश्मन को खत्म करने में लगाती है,” उन्होंने प्रतिक्रिया की गति और सटीकता पर जोर दिया।
आतंकवाद अब भारत के राष्ट्रीय रक्षा सिद्धांत का हिस्सा है
सिंह ने घोषणा की कि आतंकवाद से लड़ना अब केवल आंतरिक सुरक्षा तक सीमित नहीं है, बल्कि अब यह भारत के राष्ट्रीय रक्षा सिद्धांत में एकीकृत हो गया है। भगवान राम से प्रेरणा लेते हुए उन्होंने कहा कि भारत आतंकवाद को उसी तरह जड़ से उखाड़ने के लिए प्रतिबद्ध है जिस तरह दैवीय शक्तियों ने बुराई को खत्म किया था। रक्षा मंत्री ने रामायण की एक चौपाई सुनाई – “निशिचर हीन करौं महि भुज उठाई पन कीन्ह” – जो भारत की आधुनिक सैन्य रणनीति के पीछे आध्यात्मिक और नैतिक संकल्प को रेखांकित करती है।
पहलगाम हमले के बाद की प्रतिक्रिया: पाकिस्तान के लिए चेतावनी
सिंह की टिप्पणियों की पृष्ठभूमि 22 अप्रैल को पहलगाम में हुआ हमला था, जिसे पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन “द रेजिस्टेंस फ्रंट” (टीआरएफ) ने अंजाम दिया था। भारत के जवाबी ऑपरेशन सिंदूर में नागरिक और सैन्य बुनियादी ढांचे को छोड़कर केवल आतंकी लॉन्चपैड को नष्ट करने पर ध्यान केंद्रित किया गया। हालांकि, पाकिस्तान की प्रतिक्रिया – जिसमें मिसाइल और ड्रोन हमले शामिल थे – को भारत के उन्नत काउंटर-ड्रोन और स्तरित वायु रक्षा प्रणालियों द्वारा प्रभावी रूप से बेअसर कर दिया गया।
स्पष्ट संदेश: ‘पाकिस्तान परिवीक्षा पर है’
भुज एयरफोर्स स्टेशन पर राजनाथ सिंह ने सख्त लहजे में चेतावनी देते हुए कहा, “हमने पाकिस्तान को प्रोबेशन पर रखा है। अगर उसका व्यवहार सुधरता है तो ठीक है, नहीं तो उसे कड़ी से कड़ी सजा दी जाएगी।” उन्होंने स्पष्ट किया कि हालांकि इस ऑपरेशन से भारत को बड़ा झटका लगा है, लेकिन उकसाए जाने पर भारत आगे भी कार्रवाई करने का अधिकार रखता है। उन्होंने संकेत दिया कि #ऑपरेशनसिंदूर अभी खत्म नहीं हुआ है।
रक्षा बलों में उच्च मनोबल
सिंह ने इस अवसर पर भारत के सशस्त्र बलों के मनोबल और तत्परता की भी सराहना की। एक दिन पहले ही श्रीनगर में कर्मियों से मिलने के बाद उन्होंने कहा, “भुज में जो ऊर्जा और जोश मैं देख रहा हूँ, वह श्रीनगर जैसा ही है,” उन्होंने सैन्य शाखाओं में एकता और भावना की सराहना की।
भुज एयरफोर्स स्टेशन पर राजनाथ सिंह का भाषण सिर्फ़ पाकिस्तान के लिए नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लिए भी एक संदेश था। इसने आतंकवाद के प्रति भारत की शून्य सहनशीलता, जवाबी कार्रवाई के लिए रणनीतिक तत्परता और ताकत के ज़रिए शांति बनाए रखने के गहरे सांस्कृतिक संकल्प को रेखांकित किया। तनाव के बावजूद, सिंह के शब्दों से यह स्पष्ट हो जाता है: भारत अपनी संप्रभुता और नागरिकों की रक्षा के लिए निर्णायक कार्रवाई करने में संकोच नहीं करेगा।
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