मुनकटिया में भूस्खलन के कारण केदारनाथ तीर्थयात्रा अस्थायी रूप से स्थगित
उत्तराखंड में सोनप्रयाग के पास मुनकटिया के पास भारी बारिश के कारण भूस्खलन होने के बाद पवित्र केदारनाथ तीर्थयात्रा को अस्थायी रूप से रोक दिया गया है। अधिकारियों के अनुसार, गुरुवार को मुनकटिया स्लाइडिंग ज़ोन में पत्थरों और मलबे ने मार्ग को पूरी तरह से अवरुद्ध कर दिया, जिससे हिमालयी तीर्थस्थल पर आने-जाने वाले तीर्थयात्रियों की सुरक्षा को गंभीर खतरा पैदा हो गया।
त्वरित बचाव अभियान से तीर्थयात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित हुई
पुलिस और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) की टीमों ने घटना पर तुरंत प्रतिक्रिया दी। गौरीकुंड से लौट रहे कई तीर्थयात्री प्रभावित क्षेत्र में कुछ समय के लिए फंसे रहे, लेकिन उन्हें सुरक्षित बचा लिया गया और सोनप्रयाग ले जाया गया। अधिकारियों ने इस बात पर जोर दिया कि किसी भी तरह की दुर्घटना को रोकने और श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए यात्रा को रोकना एक आवश्यक एहतियात था।
जारी मंजूरी और निगरानी
बचाव कर्मियों और आपदा प्रबंधन टीमों को अलर्ट पर रखते हुए, अवरुद्ध मार्ग को साफ करने के लिए अभियान अभी भी जारी है। स्थानीय अधिकारियों और उत्तराखंड राज्य प्रशासन द्वारा स्थिति पर लगातार नज़र रखी जा रही है।
आईएमडी IMD ने पूरे उत्तर भारत में भारी वर्षा की चेतावनी जारी की
उत्तर-पश्चिम भारत में बारिश, आंधी और तेज़ हवा का पूर्वानुमान
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने कई उत्तरी राज्यों में भारी बारिश की भविष्यवाणी करते हुए ताज़ा मौसम अलर्ट जारी किया है। उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश और राजस्थान के क्षेत्रों में 3 से 8 जुलाई तक तीव्र मौसम की स्थिति रहने की संभावना है।
अगले सात दिनों में उत्तर-पश्चिम भारत में गरज के साथ तूफान, बिजली चमकने और 30-40 किमी प्रति घंटे की गति से तेज हवाएं चलने का अनुमान है।
राज्यवार वर्षा का पूर्वानुमान
- उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश: विशेष रूप से 5-7 जुलाई के बीच बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है।
- पूर्वी राजस्थान: 3 और 4 जुलाई को भारी वर्षा होने की संभावना है।
- पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़: 6 और 7 जुलाई को काफी वर्षा होने की संभावना है।
- पूर्वी उत्तर प्रदेश: 3-6 जुलाई तक बारिश की उम्मीद है।
- पश्चिमी उत्तर प्रदेश और जम्मू: 5-8 जुलाई तक भारी वर्षा होने की संभावना है।
- पश्चिमी राजस्थान: 3 और 4 जुलाई को भारी वर्षा होने का अनुमान है।
तीर्थयात्रियों को अपडेट रहने और सुरक्षा दिशानिर्देशों का पालन करने की सलाह दी गई
भूस्खलन और आईएमडी के पूर्वानुमान के मद्देनजर, केदारनाथ और अन्य पहाड़ी क्षेत्रों की यात्रा की योजना बना रहे तीर्थयात्रियों और पर्यटकों को सलाह दी जाती है कि वे आधिकारिक घोषणाओं से अपडेट रहें और प्रतिकूल मौसम के दौरान उच्च जोखिम वाले मार्गों से बचें। राज्य सरकार और आपदा प्रतिक्रिया एजेंसियां किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए हाई अलर्ट पर हैं।
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