आरबीआई ने गुरुवार को पर्यवेक्षी चिंताओं के बीच शहर स्थित बैंक पर कई नियम लागू कर दिए, जिनमें जमाकर्ताओं द्वारा धन की निकासी पर भी प्रतिबंध शामिल है।
मुंबई में न्यू इंडिया को-ऑपरेटिव बैंक के पूर्व महाप्रबंधक पर बैंक के खजाने से 122 करोड़ रुपये चोरी करने का आरोप लगाया गया है। बैंक के मुख्य लेखा अधिकारी की मदद से दादर पुलिस स्टेशन में दर्ज की गई शिकायत के आधार पर मामला दर्ज किया गया है। आगे की जांच आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) द्वारा की जाएगी।
यह घटनाक्रम ऐसे समय में सामने आया है जब आरबीआई ने गुरुवार को पर्यवेक्षी मुद्दों के बीच शहर स्थित बैंक पर जमाकर्ताओं द्वारा नकदी की निकासी सहित कई प्रतिबंध लगा दिए।
शिकायत में आरोप लगाया गया है कि पूर्व महाप्रबंधक हितेश प्रवीणचंद मेहता ने बैंक की दादर और गोरेगांव शाखाओं से खजाने से 122 करोड़ रुपये निकाले। अपने कार्यकाल के दौरान वह इन शाखाओं के लिए उत्तरदायी थे। शिकायत के अनुसार, यह धोखाधड़ी कथित तौर पर 2020 और 2025 के बीच हुई।
दादर पुलिस ने बीएनएस एक्ट की धारा 316 (पांच) और 61 (2) के तहत एफआईआर दर्ज की है।
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