भर्ती धोखाधड़ी के कारण सामूहिक बर्खास्तगी
सुप्रीम कोर्ट ने पश्चिम बंगाल में 25,000 से ज़्यादा शिक्षकों और गैर-शिक्षण कर्मचारियों की नियुक्ति को रद्द कर दिया है। कोर्ट ने नियुक्ति प्रक्रिया में बड़े पैमाने पर धोखाधड़ी और हेराफेरी का हवाला देते हुए यह फैसला सुनाया है। यह फैसला ममता बनर्जी की अगुआई वाली सरकार की उस याचिका के बाद आया है जिसमें कलकत्ता हाई कोर्ट के पिछले आदेश को चुनौती दी गई थी।
सुप्रीम कोर्ट ने चयन प्रक्रिया को ‘धोखाधड़ी से दूषित’ बताया
भारत के मुख्य न्यायाधीश संजीव खन्ना ने इस बात पर जोर दिया कि पूरी भर्ती प्रक्रिया में विश्वसनीयता की कमी है, धोखाधड़ी से भरा हुआ है, और इसे पलट दिया जाना चाहिए। पीठ ने नियुक्तियों को रद्द करने के कलकत्ता उच्च न्यायालय के फैसले को बरकरार रखा।
तीन महीने में नई भर्ती
नौकरी से निकाले गए लोगों को अपना वेतन वापस नहीं करना होगा, लेकिन उन्हें आगे कोई भुगतान नहीं मिलेगा। सर्वोच्च न्यायालय ने तीन महीने के भीतर नए सिरे से भर्ती अभियान चलाने का आदेश दिया है, जिसमें मानवीय आधार पर बेदाग उम्मीदवारों और विकलांग व्यक्तियों को छूट दी गई है।
घोटाले की उत्पत्ति (2014-2016)
यह घोटाला राज्य स्तरीय चयन परीक्षा (एसएलएसटी) के माध्यम से शिक्षक भर्ती के लिए 2014 की सरकारी अधिसूचना से जुड़ा है। 2016 में तत्कालीन शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी के कार्यकाल में शुरू हुई इस प्रक्रिया पर जल्द ही अनियमितताओं के आरोप लगने लगे। याचिकाकर्ताओं ने दावा किया कि कम अंक पाने वाले उम्मीदवारों को उच्च रैंक दी गई, जबकि कुछ गैर-सूचीबद्ध व्यक्तियों को नियुक्ति पत्र मिले।
यह भी पढ़ें: वक्फ (संशोधन) विधेयक की व्याख्या: सुधार, प्रतिक्रियाएँ और प्रतिरोध
जांच में बड़े पैमाने पर धोखाधड़ी का खुलासा
जांच में पता चला कि अयोग्य उम्मीदवारों ने रैंकिंग में हेराफेरी, फर्जी ओएमआर शीट और शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) के दौरान जमा की गई खाली उत्तर पुस्तिकाओं के माध्यम से शिक्षक पद हासिल किया। इन अनियमितताओं के कारण कानूनी कार्रवाई हुई, जिसका परिणाम सुप्रीम कोर्ट के ऐतिहासिक फैसले के रूप में सामने आया।
सीबीआई जांच अभी भी विचाराधीन
सुप्रीम कोर्ट 4 अप्रैल को सीबीआई जांच के आदेश को चुनौती देने वाली विशेष अनुमति याचिका पर सुनवाई करेगा। यह मामला ममता बनर्जी सरकार के लिए एक बड़ा झटका है, जो राज्य की शिक्षा प्रणाली में भ्रष्टाचार को लेकर सवाल खड़ा करता है।
Leave a Reply